Share0 Bookmarks 250092 Reads0 Likes
नीन्द से बैर काफ़ी रहा हमारा, जो कि रातों में वो ना आए और तुझसे हमारी मुलाक़ात ना हो पाए...।
क्या करते क्योंकि सपनो में तो मिला करत
No posts
No posts
No posts
No posts
नीन्द से बैर काफ़ी रहा हमारा, जो कि रातों में वो ना आए और तुझसे हमारी मुलाक़ात ना हो पाए...।
क्या करते क्योंकि सपनो में तो मिला करत
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments