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नजरों ने नजरों से जब बात की,
तहरीर पढ़ ली उसने जज़्बात की,
बेकरार दिल को करार आ गया,
उसने तज्वीज़ की जो मुलाकात की।
- राजीव ' हैरान '
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नजरों ने नजरों से जब बात की,
तहरीर पढ़ ली उसने जज़्बात की,
बेकरार दिल को करार आ गया,
उसने तज्वीज़ की जो मुलाकात की।
- राजीव ' हैरान '
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