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एक अजीब-सी सिहरन
नसों में दौड़ गई !
देखा उसे मैने बिलखते हुए !
'वो'उस बुढ़िया की इकलौती बेटी !
उसका नाम – शान्ति !
जो उसे छो...ड़... च...ली...ग...ई !
हृदय को
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