Share0 Bookmarks 240653 Reads0 Likes
बोलो प्रिये क्या दूँ तुम्हे, कुछ भी नहीं मेरे पास है
पर साथ मेरे हो तुम सदा, इस बात का एह्सास है
ये जो तन है मेरा, मन है मेरा, वो भी वतन के नाम है
नींद मेरी, सांसे मेरी, सब देश पर कुर्बान है
रह सकता नहीं तुम्हारे पास भी, मेरा काम ऐसा खास है
बोलो प्रिये क्या दूँ तुम्हे, कुछ भी नहीं मेरे पास है
देश मेरा सो सके, इसलिए जागता हूँ रात भर <
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments