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ना मेरे जीने का सबब है तू
ना मेरे जिंदगी में अब है तू
निगाहें भी तूझे तलाशती नहीं
अब दिल को नहीं तलब है तू
आज भी तूझे चाहने वाले लाखों हैं
सच म
ना मेरे जिंदगी में अब है तू
निगाहें भी तूझे तलाशती नहीं
अब दिल को नहीं तलब है तू
आज भी तूझे चाहने वाले लाखों हैं
सच म
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