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फटा हुआ नोट भी मुझको
मन्दी की पहली चोट भी मुझको
टूटे कप में चाय भी मुझको
हर आफ़त की हाय भी मुझको
बचा हुआ भोजन भी मुझको
हर लिबास की उतरन भी मुझको
बिना गलती की फ़टकार भी मुझको
अस्पतालो की लम्बी कतार भी मुझको
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