।। साल की पहली बारिश ।।
साल की पहली बरसात हुई,
जिसे देख मन हो गया पुलकित,
एक बूंद ने जब मेरा स्पर्श किया,
मेरा रोम रोम हुआ आनंदित।
जब बूंदें जा मिट्टी में मिली,
पूरा वातावरण हुआ सुगंधित,
उन बूंदों से कलियां भी खिली,
फूलों पे हर्ष के भाव अंकित।
No posts
Comments