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आओ एक बार फिर से तुम्हें देख लू, क्या पता ये सावन फिर कब मिले ।
August 29, 2021Share0 Bookmarks 218146 Reads1 Likes
आओ एक बार फिर से तुम्हें देख लू,
क्या पता ये सावन फिर कब मिले ।
अपने तन की खुशबू को दे दो जरा,
क्या पता ये मधुवन फिर कब मिले ।
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