Share0 Bookmarks 219328 Reads0 Likes
क्यों करूँ मैं इश्क़ तू समझा मुझे
इश्क़ से आख़िर मिला है क्या मुझे
जब सदा कोई नहीं सुनता मिरी
चीखकर भी शोर क्या करना मुझे
गाँव से मैं आ गया तेरे नगर
तू मगर मिलने नहीं आया मुझे
दर्द चेह
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments