
Share0 Bookmarks 286 Reads1 Likes
आज कर आगाज़ कर,
चल उठ कुछ लाज़वाब कर।
यहाँ कुछ नहीं, जो तेरे बसमें नहीं,
तू हर फतह को अपने नाम कर ।
जो हुआ खड़ा इक बार तू,
जीत लाएगा संसार तू।
बस तो फिर अब न देर कर,
उठ रही मुश्किलों को ढेर कर।
आज कर आगाज़ कर,
चल उठ कुछ लाज़वाब कर।।
-------- पूजा वशिष्ठ
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments