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आजमाने लगता हूं मैं.!!

lkn kant vishnulkn kant vishnu June 3, 2022
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महफ़िल-ए-मोहब्बत में ज़बाँ से जाम छलकाने लगता हूं मैं,
अनजाने में हर किसी अनजान को आजमाने लगता हूं मैं.!!

पहली गलती हो जाती है मुझसे जल्दी- जल्दी में गलती से,
अपनों से ज्यादा परयों को

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