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लोग मेरी बातें सुनते हैं
मैं असहमत को भी सहमत कर देता हूं
मुझमें है एक गजब का तेज
मेरी पंक्तियों को लोग दोहराया करते हैं
लेकिन मैं नेता नहीं बन सकता,
कोई मुझे नेताजी नहीं कह सकता
क्योंकि मुझ में उतनी हिम्मत नहीं,
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