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इंतज़ार इश्क़ और तुम

pinki jhapinki jha August 25, 2021
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तुम हो बस एक ही इस भुवन में ,

हो पास नहीं दूर हो बहुत ,

वो बात अलग है सबसे पास लगते हो ,

बातें हमारी बहुत कुछ कहती है ,

कुछ तुम्हारी, कुछ मेरी ,

पर हैरानी ये है चुपिया भी मौन नहीं ,

मीलों दूर का फासला खलता जरूर है ,

पर रोकता नहीं ख्यालो को मिलने से ,

कोई समझा नहीं मुझे जैसे तुम समझते हो ,

मेरी बातों को कितनी गौर से सुनते हो,

जब लगता है साथ नहीं अपने आलावा किसीका ,

उसी मोड़ पर तुम वहा मिलते हो ,

दो लोगो के बीच इश्क़ नाम की जो चीज़ होती है न ,

हमारे बीच न शायद क्या पका वही है ,

तुम्हे थोड़ा ज्यादा मेरी तरफ से थोड़ी कमी है, 

पर क्या करू इस दुनिया से डरती हूँ ,

हाँ इश्क़ तुमसे जरूर करती हूँ ,

मिलेंगे जब हम तुम्हे सहेज कर पास रखना है ,

सपने देखते है जो साथ होने के उन्हें जीना है ,

वक़्त लगेगा जरूर एक दूजे को ,

एक दूजे से जुड़ा सब साथ लाने में ,

जुटे है अभी खुदको स्वंतंत्र बनाने में ,

पर इस इंतज़ार की भी अपनी खूबसूरती है ,

अगर एक न भी हो सके, 

इस इंतज़ार में बिताये पल ही जिंदगी को पुरे है ,

पर हाँ अंजाम जो भी हो ,

हर किसीके के लिए इश्क़ में पड़ना बेहद जरुरी है,

इस झमेले के बिना कहा जिंदगी की कहानी पूरी है |

- पिंकी झा 

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