मैनें देखा है एक शख्स's image
Poetry1 min read

मैनें देखा है एक शख्स

Pankaj goswamiPankaj goswami June 19, 2022
Share0 Bookmarks 21 Reads0 Likes
मैनें देखा है एक शख्स 
मुझे गिरकर उठना सिखाते हुए 
उँगली थामे मेरी चलना सिखाते हुए 
मैनें देखा है पिता को 
सारी मज़बूरियों को परे रख 
मुझे हर घड़ी मजबूत बनाते हुए ...

मैनें देखा है एक शख्स मुझे 
निरंतर आगे बढ़ने का अर्थ समझाते हुए 
दया, करुणा ,प्रेम का पाठ पढ़ाते हुए 
मैंने देखा है पिता को 
हर पल मुझे गोदी में उठाते हुए 

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts