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मैनें देखा है एक शख्स
मुझे गिरकर उठना सिखाते हुए
उँगली थामे मेरी चलना सिखाते हुए
मैनें देखा है पिता को
सारी मज़बूरियों को परे रख
मुझे हर घड़ी मजबूत बनाते हुए ..
मुझे गिरकर उठना सिखाते हुए
उँगली थामे मेरी चलना सिखाते हुए
मैनें देखा है पिता को
सारी मज़बूरियों को परे रख
मुझे हर घड़ी मजबूत बनाते हुए ..
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