मिला न ख़ुद सा मोतबर कोई
न हम-नशीं न हम-नज़र कोई
ख़ुदा तुम सा न कारीगर कोई
बा-हुनर कोई बे-हुनर कोई
तमाम उम्र सफ़र में रहा लेकिन
न मंज़िल मिली न हमसफ़र कोई
No posts
Comments