पुरानी यादें's image
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कितना चाहा था तुमको ये दर्द गवाह है,

हो ये ज़रा भी कम तो जीना बेवजहा है


लाख मिले रंग यूँ तो पर न कोई तुझसा चढ़ा है

कर देखे लाख जतन पर नशा तेरा घटा कहाँ है


यादें साकी दर्द नशा है, पीड़ा में आनंद बड़ा है...



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