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अंजाना इश्क part -8

Anushka RaghuwanshiAnushka Raghuwanshi July 17, 2022
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सिया- क्या तो फिर आप मेरे घर क्यों आए हों अच्छा मेरी सेलरी काटने के लिए यही देखने की मैं सच मे बीमार हूँ या नहीं अगर नहीं तो आप मेरी सेलरी काट लोगे 

अभिषेक- अपना हाथ अपने सिर पर मारता है  हे भगवान कितना बोलती हैं ये लड़की 

पूजा- हे सिया तू 2 मिनिट चुप नहीं रहा सकती क्या, अभिषेक सर आप कुछ लोगे पानी, चाय, कॉफ़ी 

पूजा की बात सिया बीच में काटती है 

सिया- कोई जरूरत नहीं है इन्हें कुछ पूछने की यहां ये कोई महान काम करने नहीं आए हैं ये तो मेरी सेलरी काटने के लिए यहां आए हैं 

अभिषेक- जितना मुह चलाती हो उसका बस एक पर्सेंट दिमाग चला लिया करो मैं यहां तुम्हारा हाल चाल पूछने आया था कि तुम ठीक हो या नहीं और तुम मुझे अपनी फालतू की बकवास सुना रहीं हो 

पूजा- सर एक दिन सिया ऑफिस क्या नहीं आयी आप तो उसके घर तक चले आए अगर ये दस पंद्रह दिन तक ना आए तो आप क्या करोगे 

अभिषेक- कुछ नहीं में क्या करूंगा कुछ भी तो नहीं 

इतना कह कर अभिषेक वहां से चला जाता है पूजा और सिया की बाते 

सिया- यार ये कैसा इंसान था एक दिन ऑफिस ना जाने पर ये तो मेरे घर तक आ गया 

पूजा- हाँ यार सोच इतना बड़ा आदमी जिससे मिलने के लिए लोग लाइन में खड़े होते हैं वो तुझ से खुद तेरे घर मिलने आया था इसका मतलब वो तुम्हें देखे बिना एक दिन नहीं रह सका देख सिया देख उस तुझसे प्यार हो गया है 

सिया- क्या यही प्यार है 

पूजा- हाँ हम किसी की परवाह बिना बजह नहीं करते हमारा कोई रिश्ता होता है तभी तो हम उसके पास जाते हैं 

सिया- क्या प्यार करने वाले ही परवाह करते हैं परवाह तो इंसानियत के नाते भी की जा सकती हैं ये जरूरी तो नहीं कि हमारा किसी के साथ कोई रिश्ता हो तभी हम उसका हाल चाल पूछे हम ऐसे भी तो किसी का ध्यान रख सकते हैं 

पूजा- अच्छा तो फिर इतने सारे लोग है दुनिया में और रोज ना जाने कितने बीमार होते हैं उनको देखने या फिर उनका हाल चाल पूछने तो अभिषेक नहीं जाता और ना तू जाती है 

सिया- यार तेरी बाते मुझे सोचने पर मजबूर कर रहीं हैं 

पूजा- हाँ सोच सोच मेरी बातों को ध्यान से सोच अभी तक तो वो तेरे घर आया है कल सपनों में भी आयेगा फिर दिल में और फिर तेरी जिंदगी में भी आ जाएगा 

कुछ दिनों में सिया की तबीयत ठीक होती है और वो ऑफिस जाती है जाते ही वो अभिषेक से टकरा जाती है दोनों एक दूसरे को ऐसे देख रहे हैं जैसे पलकों को झुकाना गुनाह है देखते देखते वो दोनों एक दूसरे में इ

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