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समझ आने लगी है शादीशुदा मर्दों के मिसरों की तफ़सीरे

NawabzadaNawabzada December 26, 2021
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समझ आने लगी है शादीशुदा मर्दों के मिसरों की तफ़सीरे


बाद निक़ाह ए बिल ज़बर

मय बेग़म मल्लिका ए बातूनी,


पाँव ए मर्द ए मिस्कीन में

पड़ गई कितनी सारी ज़ंजीरे,


कभी ना क़ाबिल ए बर्दास्त

और अज़ीब ओ ग़रीब नखरे,


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