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ख़ुदा की नज़र में एक सा हर बशर होता है

NawabzadaNawabzada December 17, 2021
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ख़ुदा की नज़र में एक सा हर बशर होता है


मुफ़्लिस हो के रईस_ए शहर_कोई

ख़ुदा की नज़र में एक सा हर बशर होता है,


इबादत हो के प्रार्थना या अरदास कही

नज़्र_ओ_नियाज़ की नीयत में क़सर होता है,


वरना दुआ ए बाद

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