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भीतर से कितने रीते हैं हम

Nathuram KaswanNathuram Kaswan May 6, 2023
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सागर से भर -भर प्याले पीते हैं हम

सपनों की दुनिया में जीते हैं हम,

उम्र गुजारी मयकदे आते जाते सारी

भीतर से बशर कितने रीते हैं हम!

डॉ.एन.आर.कस्वाँ #बशर

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