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यादें हों या लम्हें सबको समेट लेता है
ये छोटे से बक्से की ही जादूगरी है
कि सालों पीछे की दुनिया मे मिनिटों में घूमा देता है
उदासी हो या मुस्कुराते चेहरे
बचपन हो या बुढापा
इसके पिटारे में सबको रहना है आता
फोटोग्राफी अदा है
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