कैसे बताऊं...
मेरी व्यथा को
कौन सुनेगा
किससे बांटूंगी
अपनी संवेदना को
कण खण में
व्याप्त है
जब मुझे सहनु पडी
इतनी कठिन
विवशताएं..
कोई
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