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धर्म श्रद्धा है! हृदय है! जिसको भौतिक रूप से प्रमाणित नहीं अपितु श्रद्धा युक्त हृदय से आत्मिक और आध्यात्मिक रूप से महसूस किया जा सकता है।
✍मुक्ता शर्मा त्रिपाठी
हिन्दी अध्यापिका
श इं ज सिं स मि स्कूल कोटला शर्फ़ बटाला गुरदासपुर
✍मुक्ता शर्मा त्रिपाठी
हिन्दी अध्यापिका
श इं ज सिं स मि स्कूल कोटला शर्फ़ बटाला गुरदासपुर
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