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वो उँगुलियाँ कब तक,
कोमल रहेंगें, शायद तक तक,
जब तक हमारा बचपन हो,
अब तो उनमें हल्की,
झुर्रियाँ और द
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वो उँगुलियाँ कब तक,
कोमल रहेंगें, शायद तक तक,
जब तक हमारा बचपन हो,
अब तो उनमें हल्की,
झुर्रियाँ और द
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