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तेरी यादें और तुम

MUKESH KUMAR DASOUNDHIMUKESH KUMAR DASOUNDHI February 28, 2023
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चाहता हूँ उसे भूल जाना,

की कहीं और मुहब्बत हो जाये।

पर उसे भूल नहीं पता 

हर चुप्पी हर खामोशी 

हर मायूसी हर ख़ुशी में 

उसका बिछड़ते वक्त का चेहरा ,

आँखों के अश्क़ों में होता है।

कुछ बुरीकुछ अच्छी 

आदतें है मेरी-

जैसे उसका क़रीब आना याद नहीं,

पर उसका मुझसे दूर होना,

हर सांस और रूह में बसा है॥


….मुकेश…..

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