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उम्मीद से भरी निगाहों से तुम्हे देखता कौन है
तुम किसी और की हो तुम्हें रोकता कौन है
अगर डूबना ही है तो जाकर समुंदर में डूबो
आज कल इन आंखों में डूबता ही कौन है।
Mprabhat81@
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उम्मीद से भरी निगाहों से तुम्हे देखता कौन है
तुम किसी और की हो तुम्हें रोकता कौन है
अगर डूबना ही है तो जाकर समुंदर में डूबो
आज कल इन आंखों में डूबता ही कौन है।
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