
Share0 Bookmarks 10 Reads0 Likes
गलियों में उछल-कूद, मचाते नहीं हैं अब,
मिट्टी के घरौंदे भी, बनाते नहीं हैं अब,
गुम हो गये घरों की, चहारदीवारी में बच्चे,
सारा मुहल्ला सर पे, उठाते नहीं हैं अब
~ बेशहरी
No posts
No posts
No posts
No posts
गलियों में उछल-कूद, मचाते नहीं हैं अब,
मिट्टी के घरौंदे भी, बनाते नहीं हैं अब,
गुम हो गये घरों की, चहारदीवारी में बच्चे,
सारा मुहल्ला सर पे, उठाते नहीं हैं अब
~ बेशहरी
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments