*विश्वास*
अंध विश्वास पर रहा पूर्ण विश्वास का पहरा,
करके विश्वास मैने उन्हीं पल को माना सुनहरा,
मुफलिसी में जीवन बीता फिर भी विश्वास रहा गहरा,
भोलेपन में बचपन बीता समझ में न आया
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