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"जीवन के रंग"
जीवन तेरे रूप अनेक,
कभी हंसाए कभी रूलाए,
पल-पल में कई ख्वाब दिखाए,
उठती गिरती लहरों सा वेष,
जीवन तेरे रूप अनेक,
ना कोई दोस्त ना कोई यार,
दुनिया है बस एक व्यापार,
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