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इंसानियत का दुश्मन है वो

मारूफ आलममारूफ आलम September 9, 2021
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इंसानियत का दुश्मन है वो,इंसानों से जलता है

हाकिम ऐ शहर बड़ी नफरत से हमें कुचलता है


माना लाखों लश्कर हैं उस काफिर के साथ,मगर

हुक्म ऐ इलाही से ही हर जंग का रुख़ बदलता है


वो चिटियां हाथियों को भी मार देतीं हैं काट कर

हकीर समझकर जमाना पैरों से जिन्हें मसलता है


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