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जब मुझ पर जुल्म हुआ तुम खामोश रहे
जब तुम पर जुल्म हुआ मैं खामोश रहा
इस खामोशी का ना तुम्हे कुछ फायदा हुआ
ना मुझे कुछ फायदा हुआ
अगर किसी का कुछ फायदा हुआ तो वो हुआ
जुल्म और जालिमों का
लूटेरों का,कातिलों का
क्योंकि वो चाह
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