होरी खेलन आयो कान्हा's image
Poetry1 min read

होरी खेलन आयो कान्हा

KAVI MANOJ PRAVEENKAVI MANOJ PRAVEEN March 10, 2023
Share0 Bookmarks 25 Reads0 Likes
होरी खेलन आयो कान्हा 
गोपीयन संग बरसाने में 
कुंज गलिन में आई राधा 
सखियन के बहकाने में 

राधा आनी जिन गलियन से 
श्याम छिपों तिन गलियन में 
राधा को कछु भी पतों ना 
चर्चो है ये सब सखियन में
चुपके से रंग डार गयो 
वो आयो ना पहचाने में 
         मनोज प्रवीण 

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts