Share0 Bookmarks 48956 Reads0 Likes
बातों के शब्दजाल में
अर्थ अनर्थ न हो जाए
भावनाओं की अनुभूति
कहीं कलुषित न हो जाए
बेचैन ह्रदय की बेचैनी
No posts
No posts
No posts
No posts
बातों के शब्दजाल में
अर्थ अनर्थ न हो जाए
भावनाओं की अनुभूति
कहीं कलुषित न हो जाए
बेचैन ह्रदय की बेचैनी
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments