कुछ ख्वाब's image
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भूख से पहचान पुरानी है

रोटी से कम ही मिलना होता है

तीन दिन पुरानी भूख ने अभी

चार दिन पुरानी रोटी खाई है


अब मैं फिर कई दिनों तक

भूख को छका सकता हूँ

बचपन के कुछ ख्वाबों को

जीवन भर झुठला सकता हूँ।


मं शर्मा (रज़ा)

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