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कुछ उलझे से
कुछ सुलझे से
ये कच्चे धागे हैं
पक्के संबंधों के
कुछ छूट गए
कुछ टूट गए
कुछ संभले
कुछ फिसल गए
रेशम से कोमल
शीशे से नाजुक
पक्के संबंधों के
कच्चे से रिश्ते।
मं शर्मा( रज़ा)
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