Share0 Bookmarks 48983 Reads0 Likes
मैं बेबस सागर सरीखा
तू एक दरिया दीवानी है
मिलना नहीं लिखा फिर भी
अमर अपनी प्रेम कहानी है
चाहा
No posts
No posts
No posts
No posts
मैं बेबस सागर सरीखा
तू एक दरिया दीवानी है
मिलना नहीं लिखा फिर भी
अमर अपनी प्रेम कहानी है
चाहा
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments