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आखिरी लफ्ज़ से खौफ खाने लगा हूँ
विदाई का दर्द जबसे समझने लगा हूँ
मिलता नहीं हूँ किसी से आजकल मैं
बिछड़ने के डर से इतना डरने लगा हूँ।
मं शर्मा (रज़ा)
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आखिरी लफ्ज़ से खौफ खाने लगा हूँ
विदाई का दर्द जबसे समझने लगा हूँ
मिलता नहीं हूँ किसी से आजकल मैं
बिछड़ने के डर से इतना डरने लगा हूँ।
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