Poetry1 min read
इम्तिहानों से गुजरकर कई सवाल घेर लेते हैं तिनका तिनका बिखरकर कई साथ छोड़ देते हैं राह पर चलकर मंजिल की और निकल पड़ते हैं राहगीर बन कर उस पार निकल पड़ते हैं ममता ~
December 4, 2022Share0 Bookmarks 48483 Reads0 Likes
इम्तिहानों से गुजरकर
कई सवाल घेर लेते हैं
तिनका तिनका बिखरकर
कई साथ छोड़ देते हैं<
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments