एक शख़्स's image
Share0 Bookmarks 112 Reads1 Likes

आहट भी होती हैं तो दरवाज़ा तकता हैं एक शख़्स

जाने किस की हर वक्त राह देखता हैं एक शख़्स




हमसे छीन कर जिसके हिस्से में डाला गया तुझे

क्या मुझ से भी ज्यादा खुश क़िस्मत था एक शख़्स..




सब कुछ खोया एक उसको पाने खातिर मैंने

बिना कुछ किए ही पा गया उसे एक शख़्स..




हमारे दिल के शहर में इश्क़ कि चिंगारी भड़का कर

बिन कुछ बताएं ही वहां से निकल गया एक शख़्स..




No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts