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आशिक़ हूं मैं कोई आवारा नहीं हूं
सबका हूं मगर अब तुम्हारा नहीं हूं
डर नहीं है किसी को मुझे खोने का
क्या मैं किसी को भी प्यारा नहीं हूं
मेरे जाने से भला कौन उदास होगा
मैं किसी के जीने का सहारा नहीं हूं
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