
Share0 Bookmarks 39 Reads0 Likes
आता है एक ख़ाब ख़ाबों में
बस आप ही आप ख़ाबों में
कल से शर्तिया हक़ीक़त में
रहने दो बस आज ख़ाबों में
थी दिन से रोशन रात ज़ियादा
सूरज बना था चाँद ख़ाबों में
एक वो ही नहीं बस याद जो
अपनी हुई थी बात ख़ाबों में
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments