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ज़ुल्म जब सर से बढ़ता है तो मिट जाता है
जब कोई हमें मिटाने की सोचता है तो मिट जाता है
बहुत आए मिटाने वाले हमें और चले गए
जब कोई फिरौन नमरुद बनता है तो मिट जाता है
~#Kssiddiqui
~Ks siddiqui
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