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कोहरे की भोर और उसे चीरते हुए,
सूर्य भगवान का उदय
ही ठंडी का मौसम है।।
रजाई में बैठकर चाय पीना
अंगीठी तापते हुए, गुर का पकवान खाना,
घंटो धूप में परिवार के साथ बैठना
ही ठंडी का मौसम है।।
ये मौसम, एक अजीव सी सुकून देती है।
सुबह उठते समय जैसे रजाई बोलता हो
बाहर ठंडी है,यही रहो
फिर रजाई के अंदर ,
पुराने गाने सुनने का मजा ही कुछ और है।।
सुबह ठिठुरते हुए स्कूल जाना,
दोपहर में चाय पकौड़ी खाना।
ही सचमुच में ठंडी का मौसम है।।
सूर्य भगवान का उदय
ही ठंडी का मौसम है।।
रजाई में बैठकर चाय पीना
अंगीठी तापते हुए, गुर का पकवान खाना,
घंटो धूप में परिवार के साथ बैठना
ही ठंडी का मौसम है।।
ये मौसम, एक अजीव सी सुकून देती है।
सुबह उठते समय जैसे रजाई बोलता हो
बाहर ठंडी है,यही रहो
फिर रजाई के अंदर ,
पुराने गाने सुनने का मजा ही कुछ और है।।
सुबह ठिठुरते हुए स्कूल जाना,
दोपहर में चाय पकौड़ी खाना।
ही सचमुच में ठंडी का मौसम है।।
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