मनोज बाजपेयी, कुछ पाने की ज़िद | ज़मीन के संघर्षों से आसमान तक उड़ने की हैरतअंगेज़ कहानी
March 25, 2022ज़मीन के संघर्षों से आसमान तक उड़ने की हैरतअंगेज़ कहानी! हिंदी सिनेमा और मनोज वाजपेई के आर्ट को पसंद करने वाले हर सिनेमाप्रेमी के लिए ये किताब जरूरी है। मनोज बाजपेयी के जीवन के अलग अलग पड़ाव और अनछुए पहलू शानदार किस्सागोई में पिरोए गए हैं। सोने पर सुहागा ये कि पीयूष पांडेय ने अपने पत्रकारिता के अनुभव का भरपूर इस्तेमाल करते हुए मनोज वाजपेई के जीवन को सिर्फ एक अभिनेता तक लिमिट नहीं किया है.. बल्कि बिहार से दिल्ली और दिल्ली से मुंबई और मुंबई से इंटरनेशनल मंच तक अपना नाम बनाने के मनोज वाजपेई के संघर्ष को एक आम इंसान से जोड़ा है। कोई हैरानी की बात नहीं अगर भविष्य में इस किताब पर फिल्म या वेबसीरीज बनती हुई दिखाई दे। इस बायोग्राफी की एक खास बात मुझे वो तस्वीरें भी लगी जो मनोज वाजपेयी के पुराने दिनों की हैं.. जो इससे पहले कहीं और नहीं दिखी.. खासतौर पर उनका पुश्तैनी घर, परिवार से साथ बिताए पल और यारों के साथ शूटिंग के हंसी-ठिठोली वाले पल। भाषा, कहानी का फ्लो और रिसर्च के आधार पर ये आगे लिखी जाने वाली बायोग्राफीज़ के लिए नया बेंचमार्क साबित होगी।
अमेजन से एक पाठक का रिव्यू
मनोज बाजपेयी, कुछ पाने की ज़िद:मनोज बाजपेयी नए जमाने के गिनेचुने कलाकारों में से हैं जिन्होंने कम उम्र में ही हिंदी सिनेमा में एक बड़ा कद हासिल कर लिया था। दिग्गज कलाकार और फिल्म समीक्षक उनक
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