लता जी पर कविता's image
Share0 Bookmarks 49242 Reads0 Likes

सूख चुके आँखो में पानी

अब कौन भरने आएगा?

जो शहीद हुए उनकी कुरबानी

अब कौन हमें बताएगा?


कवि प्रदीप के चिंतन पर

दीदी का रूदन ना होगा।

ए मेरे वतन के लोगों

यह गीत अब नहीं रहेगा।


जब घायल हुआ ह

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts