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जन्मदिन है आज तुम्हारा प्रिय
क्या उपहार दूं ये चयन कर रहा
भेंट कर दू तुम्हे चंद आसार मैं
गीत मेरे जहन में भ्रमण कर रहा
जन्मदिन है आज तुम्हारा प्रिय
होठ के लालिमा को अमर गंध दे
केश को घाट काशी सा अमर कर रहा
दिव्य ज्योति सा तेज देकर मुख को
रूप सती सा तुम्हारा प्रखर कर रहा
भेंट कर दू तुम्हे चंद आसार मैं
गीत मेरे जहन में भ्रमण कर रहा
जन्मदिन है आज तुम्हारा प्रिय
कृष्ण के बासुंरी सा मधुर शुरमई
राधा का समर्प
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