Share0 Bookmarks 49058 Reads1 Likes
उगता हुआ कर्म बीज - कामिनी मोहन।
जानता हूँ, हर तत्व का एक दूजे से हैं जुड़ाव
हर तत्व में है रहता दस प्राणों का पड़ाव।
अलग-अलग सब तत्वों की एकता है जरूरी
पर एक करने की कोशिश रहती हैं अधूरी।
स्थूल और सूक्ष्म के केन्द्र को टटोल आए हैं
नाड़ियों के सातों संगम को बो
जानता हूँ, हर तत्व का एक दूजे से हैं जुड़ाव
हर तत्व में है रहता दस प्राणों का पड़ाव।
अलग-अलग सब तत्वों की एकता है जरूरी
पर एक करने की कोशिश रहती हैं अधूरी।
स्थूल और सूक्ष्म के केन्द्र को टटोल आए हैं
नाड़ियों के सातों संगम को बो
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments