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प्रेम में अंतर्विरोध नहीं होता,
यह सदैव समर्पण और
सहअस्तित्व को स्वीकार करता है।
- © कामिनी मोहन पाण्डेय।
यह सदैव समर्पण और
सहअस्तित्व को स्वीकार करता है।
- © कामिनी मोहन पाण्डेय।
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