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मैंने सोच को बहुत सोचा
अब नहीं सोचता कि मैं क्या सोच रहा हूँ?
-© कामिनी मोहन पाण्डेय।
अब नहीं सोचता कि मैं क्या सोच रहा हूँ?
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