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लुटा लुटाकर सब उजाला - कामिनी मोहन।

Kamini MohanKamini Mohan May 6, 2022
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लुटा लुटाकर सब उजाला
प्रेम अँधेरे में भी झाँकता है।
कोमलता हो या कि कठोरता
सबको घेरे में घेर लेना चाहता है।

यह खुली भागती सड़क का
दरवाज़ा बंद कर देना चाहता है।
मुलाक़ातों में जज़्बातों की
उँगलियों को छू लेना चाहता है।

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